संजीव कपूर आज के भारतीय पाक शैली के सबसे प्रसिद्ध जाने-माने व्यक्ति हैं। वे अद्वितीय शेफ हैं, टी.वी. शो के होस्ट हैं, सबसे ज़्यादा विक्रय होने वाले कुकरी बूक के लेखक हैं, रेस्तराँ कंसलटेन्ट हैं। टी.वी. चैनल के को- ओनर हैं और कई कलिनरी एर्वाड के विजेता हैं। वह इसी सपने को लेकर जीते हैं कि भारतीय पाकशैली दुनिया का प्रथम नंबर का पाक शैली बन जाए। उनके पर्यास ज़ारी हैं, भारतीय महिलाओं को पाक शैली की शक्ति के द्वारा स्वनिर्भर बनाने के लिए।
• संजीव कपूर को ‘बेस्ट शेफ ऑफ द ईयर 2008’ में नैशनल एर्वाड से सम्मानित किया गया मिनिस्टरी ऑफ टूरिज़्म, गर्वमेन्ट ऑफ इंडिया की तरफ से।
• मार्च 2010 के संख्या में रीडर डाइज़ेस्ट में इंडिया के ‘100 मोस्ट ट्रस्टेड पर्सन’ के रूप में नंबर 31 पर उनका नाम आया है।
• 24*7 टी.वी. चैनल ‘फूड-फूड’ को उन्होनें 24 जनवरी 2011 को लौंच किया। यह सॉउथ ईस्ट एशिया का सबसे पहला चैनल है। लोगों ने इसे बहुत ही सराहा है।
• 17 वर्षों तक खाना खज़ाना ‘कुकरी शो’ बिना रुके प्रर्दशित होता रहा और इंडियन टेलिविज़न अकादमी और इंडियन टेली एवार्डस् ने ‘बेस्ट कूकरी शो’ के एवार्ड से उसे कई साल सम्मानित किया।
• संजीव कपूर को मिनिस्ट्री ऑफ टूरिज़्म के पैनल में हैं और भारतीय पाक शैली का विशेष दस्तावेज तैयार करते हैं और प्रामाणिक प्रतिलिपि निकालते हैं जिससे भारतीय और दुनिया के दूसरे प्रांत के लोग भारतीय पाक शैली को सही तरीके से जान सकें।
• अप्रैल 2009 और अप्रैल 2011 में प्रसिद्ध यु.एस. कुकरी शो, रैचल रे जिसकी होस्ट हैं, में उन्हें अतिविस्मयकारी शेफ के रुप में पेश किया गया। इस शो में आने वाले अन्य शेफ के तुलना में संजीव कपूर द्वारा लिखित कूकबूक का सबसे ज़्यादा विक्रय हुआ है।
• हाउस ऑफ कॉमन्ज़, लंदन में फैबियन हैमिल्टन (एम.पी, यॉकशायर) के द्वारा लौंच किये गये - अनेक महानुभव और अधिकारियों के समक्ष फरवरी 2009 को।
• उनकी सबसे ज़्यादा बिकने वाली पुस्तकें 150 शीर्षकों में छपी हैं (अंग्रेजी, हिन्दी, मराठी और गुजराती)। उन पुस्तकों में बच्चों के लिए तरह-तरह के व्यंजन और शादी के अवसर के व्यंजन हैं। हाल ही में एक नई पुस्तक ‘हाऊ टू कुक इंडियन’ ने पश्चिमी देशों में तुफान मचा दिया हैं। न्युयार्क टाइम्स में ‘समर कुकबूक ऑफ द ईयर 2011’ में यह पुस्तक सुचीबद्ध हुआ है। फूड और वाईन पत्रिका में इस पुस्तक के बारे में कहा गया है कि शेफ कपूर ऐसे इंसान हैं जिन्होनें अकेले ही दुनिया को सिखा दिया है कि किचन में मज़ा किया जा सकता है।
• उनका पोरटल www.sanjeevkapoor.com एक सम्पूर्ण कुकरी मैनुअल है जिसमें छह हजार से ज़्यादा रेसिपी प्रयोग की गई हैं और खाना बनाने की कला के बारे में सूचना दी गई है। विदेशों में रहने वाली महिलाएँ भारतीय खानों के प्रति बहुत आसक्त होती हैं, इसीलिए उनके बीच यह बहुत प्रसिद्ध है। सात मिलियन पेज व्यु के साथ दो लाख रेजिस्टर्ड यूज़र्ज़ हैं जिनकी आयु 20-60 वर्ष की है। दो मिलियन रोजाना वेबसाइट हिट करते हैं।
• संजीव कपूर सिंगापूर एयरलाइन इंटरनैशनल कलिनरी पैनल के बोर्ड में सम्मलित हैं जिसमें सारे दुनिया के एवार्ड विजेता शेफ भी मौजुद हैं।
• ऑटिज़्म के बच्चों के लिए भी संजीव कपूर अपना पूरा सहयोग देते हैं। सामाजिक दायित्व के रुप में ग्रामीण दूरवर्ती इलाकों के बच्चों के लिए और समाज के दुर्बल-पिछड़े वर्ग के बच्चों के लिए स्कूलों में खाना दिया जाता है ताकि भोजन के स्तर को सुधारने की कोशिश ज़ारी रहे।
• संजीव कपूर का दूसरा ब्रांड –वन्डरशेफ –भारतीय महिलाओं को अपना व्यापार शुरू करने के लिए शक्ति प्रदान करता है।
• रेस्तरां कंसलटेन्ट के रूप में कुछ भारतीय और विदेशी रेस्तरां को उन्होंने अपना फ्रैंचाईज़ दिया है, और सभी अच्छी तरह सराहे गये हैं।
• संजीव कपूर के ब्रैंड नाम से कई फुड प्रोडक्ट चलते हैं जिनमें अचार, पीसा हुआ मसाला, भोजन विशेषज्ञ द्वारा बनाई गई चटनियाँ और 1-2-3 रेडी टू कुक मिक्स के चाहने वाले मिलियन लोग हैं देश विदेश में।
• 2009 में संजीव कपूर के चाहने वालों के लिए फेस-बूक चालू किया गया, जिसमें लगभग 2,50,000 फैन हैं और बढ़ भी रहे हैं, प्रतिसप्ताह 4500 इन्टरएक्शन होते हैं।
• संजीव कपूर खज़ाना का दूसरा पहल है, ‘यू-ट्यूब’ पर एक चैनल जो बहुत प्रसिद्ध हुआ है।
• पूरे विश्व के विख्यात शेफ को सी.एन.एन. चैनल (होस्ट रिर्चड क्वेस्ट) के विशिष्ट कार्यक्रम में बुलाया गया।
• द कलिनरी इंस्टि्टयूट ऑफ अमेरिका, ग्रेस्टोन द्वारा 2005 में आयोजित इंटरनैशनल कॉनफरेन्स एण्ड फेस्टीवल में वर्ल्ड ऑफ फ्लेवर के प्रधान वक्ताओं और प्रस्तुतकर्त्ताओं में से एक थे।
• पाँचवा इंदिरा एवार्ड ‘एवार्ड फॉर ब्रांड एक्सेलेन्स’ के प्राप्तकर्त्ता। ‘द स्टार ऑफ द इंडस्ट्री’ एवार्ड के तत्वाधान में ‘हॉल ऑफ फेम एवार्ड’ के प्राप्तकर्त्ता हैं।
• प्रसिद्ध ज़ी.टी.वी. सेलीब्रेटी शो ‘जीना इसी का नाम हैं’ में शेफ कपूर और उनकी अनजानी जीवनी को दिखाया गया था ।
संक्षेप में, संजीव कपूर में अपनी मंजिल तक पहुँचने की दृढ़संकल्पता समाई हुई है। एक प्रसिद्ध वक्तव्य का संक्षिप्त रुप हैं- ‘एक इंसान जिसके स्वप्नों के साथ कभी नकारा नहीं जा सकता’।